आपको भूल जाएँ हम इतने तो बेवफ़ा नहीं
आपसे क्या गिला करें, आपसे कुछ गिला नहीं
शीशा-ए-दिल को तोड़ना उनका तो एक खेल है
हमसे ही भूल हो गई उनकी कोई खता नहीं
काश वो अपने ग़म मुझे दे दे तो कुछ सुकूँ मिले
वो कितना बदनसीब है ग़म ही जिसे मिला नहीं
जुर्म है गर वफ़ा तो क्या क्यों मैं वफा को छोड़ दूँ
कहते हैं इस गुनाह की होती कोई सज़ा नहीं
Aapko Bhool Jayen Hum Lyrics
Apako bhul jaaen ham itane to bewafa nahin
Apase kya gila karen, apase kuchh gila nahin
Shisha-e-dil ko todana unaka to ek khel hai
Hamase hi bhul ho gi unaki koi khata nahin
Kaash wo apane gam mujhe de de to kuchh sukun mile
Wo kitana badanasib hai gam hi jise mila nahin
Jurm hai gar wafa to kya kyon main wafa ko chhod dun
Kahate hain is gunaah ki hoti koi saza nahin