अगर दिल किसी से लगाया न होता
ज़माने ने हमको मिटाया न होता
गिराना ही था तूने आंसू समझ के
तो नज़रों में हमको बसाया न होता
मुक़द्दर में गर यही रुसवाइयां थी
तो महफ़िल में तेरी मैं आया न होता
अगर तेरे दामन की हसरत न होती
तो यूँ ज़िन्दगी को लुटाया न होता
Agar Dil Kisi Se Lagaya Na Hota Lyrics
Agar dil kisi se lagaaya n hota
Zamaane ne hamako mitaaya n hota
Giraana hi tha tune ansu samajh ke
To nazaron men hamako basaaya n hota
Muqaddar men gar yahi rusawaaiyaan thi
To mahafil men teri main aya n hota
Agar tere daaman ki hasarat n hoti
To yun zindagi ko lutaaya n hota