Panchatund NarRunda Lyrics in Marathi पंचतुंड नररुंडमालधर

Panchatund NarRunda Lyrics in Marathi पंचतुंड नररुंडमालधर पंचतुंड नररुंडमालधर पार्वतीश आधीं नमितों । विघ्‍नवर्गनग भग्‍न कराया विघ्‍नेश्वर गणपति मग तो ॥ कालिदासकविराजरचित हें गानीं शाकुंतल रचितों । जाणुनियां अवसान नसोनि…